🏯 चित्तौड़गढ़ किला, राजस्थान – शौर्य, बलिदान और इतिहास का अद्भुत संगम
चित्तौड़गढ़ किला, राजस्थान में स्थित भारत का सबसे बड़ा किला है, जो न सिर्फ अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है, बल्कि यह शौर्य और बलिदान की अमर कहानियोंरानी पद्मिनी
महाराणा रत्न सिंहजौहर की घटनाओं📜 ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण 7वीं शताब्दी में मौर्य वंशगहलोत वंश
के अधीन आया। इस किले ने अलाउद्दीन खिलजी, बहादुर शाह और अकबर👑 रानी पद्मिनी और जौहर
सबसे प्रसिद्ध कथा रानी पद्मिनीरानी पद्मिनी ने अन्य रानियों के साथ मिलकर जौहर (आत्मदाह)
🧱 स्थापत्य एवं संरचना
- किला लगभग 700 एकड़ में फैला है।
- समुद्र तल से ऊँचाई – लगभग 180 मीटर
- किले में प्रवेश के लिए 7 द्वार
- प्रमुख स्थल: राणा कुंभा महल, पद्मिनी महल, विजय स्तम्भ, कीर्ति स्तम्भ
🏛️ मुख्य आकर्षण
- पद्मिनी महल: रानी पद्मिनी का निवास स्थान
- विजय स्तम्भ: महा पराक्रम का प्रतीक
- कीर्ति स्तम्भ: जैन संतों की स्मृति में निर्मित
- राणा कुंभा महल: ऐतिहासिक रहस्यों से भरा
- काली माता मंदिर और गौमुख कुंड
📍 लोकेशन और विजिट जानकारी
- स्थान: चित्तौड़गढ़, राजस्थान
- समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
- प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए ₹50, विदेशियों के लिए ₹200
- कैमरा शुल्क: अतिरिक्त ₹25–₹50 (प्रकार के अनुसार)
📸 यात्रा सुझाव
- सुबह जल्दी जाएँ ताकि भीड़ कम हो
- गाइड लें या ऑडियो गाइड का उपयोग करें
- छायांकन के लिए विजय स्तम्भ और पद्मिनी महल आदर्श स्थान हैं
📌 निष्कर्ष
चित्तौड़गढ़ किला भारत के गौरवशाली अतीत का जीता-जागता उदाहरण है। यह किला वीरता, आत्मबलिदान और मर्यादा