ऋषि मरीचि ब्रह्मा के पहले मानस पुत्र

 ऋषि मरीचि ब्रह्मा के पहले मानस पुत्र 


ब्रह्मा के पहले पुत्र मरीचि

मारीचि ऋषि ब्रह्मा के दस मांस पुत्रों में से एक मानस पुत्र है इनकी उत्पत्ति नेत्र से हुई बताई जाती है इनकी दो पत्नियों थी जो कला और उर्णा के नाम से जानी जाती हैं दक्ष प्रजापति के यग्य में इन्होने शिव का अपमान किया था तब संकर भगववान ने इन्हें भस्म कर दिया था 
वेद और पुरानों में इनकी काफी चर्चा है इनके पुत्र का नाम कश्यप ऋषि है पुष्कर क्षेत्र में यग्य का अक्षवाक इन्हीं को ब्रह्मा जी ने बनाया था तथा दस हजार श्लोक से युक्त ब्रह्म पुराण ब्रह्मा जी ने इन्हें दान की थी 
यह वेदांत के संस्थापक हैं एक कथा के अनुसार इनका विवाह दक्ष प्रजापति की पुत्री सम्भूति से हुआ था  
ऋषि मारीच ध्रुब के सलाह कार के रूप में भी जाने जाते हैं 
ऋषि भृगु को इन्होने दंड नीति की शिक्षा दी थी इनका निवास सुमेरु पर्वत पर बताया जाता है महाभारत में इन्हें चित्र शिखंडी भी कहा गया है 
महाभारत में यह भेश्म से मिले थे जब भीष्म शर सिया पर थे इन्होने भीष्म को उपदेश भी दिए 

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